वोटर की महिमा अपार कोई जीतेगा तो कोई जाएगा हार
सिद्धांतों की नही अब कोई बिसात
बस अब तो बिछ गई है बिकने की बिछात
कोण कहता है हम नही बिकाऊ
यहाँ तो ढूड़ते रह जाओगे एसा सख्स जो बिकने से कर दे इंकार
आज की रात भर है बाकि कल हो जाएगा दलों का दलदल
वोटर की महिमा फिर पाँच साल के लिए हो जायेगी गिरफ्तार
होशियार होशियार
शुक्रवार, 15 मई 2009
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