हजारों करोड़ का कामनवेल्थ घोटाला और कारगिल के शहीदों के वेवाओं के फ्लैट कि बंदरबांट पर बुरी तरह घिरी कांग्रेस को पूर्व संघ प्रमुख सुदर्शन का आभार मानना चाहिए जो उन्होंने बीजेपी के हाथ से भ्रष्टाचार का यह जलता मुद्दा अपने बयान के गरम पानी में बुझा डाला। जनता के मुद्दों पे मौन साढ़े बैठे काग्रेसियों को संघ के बहाने बीजेपी पे भारी पड़ने का मोका हाथ लग गया। बचाव की मुद्रा में आये संघ और बीजेपी को अब कुछ दिन ठहर के एक बार फिर कॉमनवेल्थ और कारगिल के शहीदों कि विधवाओं के फ्लैट खाने का मामला ताकत से उठाना चाहिए। इसलिए नही कि संघ बदला ले। बल्कि इसलिए कि दोनों ही घोटाले अक्षम्य हैं। कॉमनवेल्थ का भ्रष्टाचार दुनिया भर में भारत कि बदनामी का कारण बना और आदर्श सोसायटी का मामला जन जन की भावना का अपमान है। जब कारगिल वार हुआ था तब लोगों ने रक्तदान किया था और महाराष्ट के मुख्यमंत्री ने अपनी सास को फ्लैट दे डाला। फिलहाल यह देखना रोचक होगा कि बंद किले कि राजनीति से मैदान कि राजनीति में आते hi maand
mein ghusne को मजबूर हुए संघ और संघ पुत्री बीजेपी अब क्या रणनीति बनाते हैं। कांग्रेसी फिलहाल १ गोल से आगे हैं और ये गोल संघ के पूर्व कप्तान ने अपनी ही टीम के खिलाफ किया है। यही तो राजनीति का रंग है एक कदम आपकी साडी रणनीति को चोपट कर देता है।
शुक्रवार, 12 नवंबर 2010
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2 टिप्पणियां:
बढिया टिप्पणी सतीश।
bahoot acha likha hai sir......
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