
मंगलवार, 27 अप्रैल 2010
वे बो रहे हैं मप्र की पहली महिला वाइस चांसलर की राह में कांटे

सोमवार, 26 अप्रैल 2010
क्रिकेट ke हर्षद ललित मोदी के बाद अब क्या
फटाफट क्रिकेट के हर्षद मेहता ललित मोदी को गरजते हुए भी पैवेलियन लौटा दिया गया है। लेकिन ग्लेमर , पैसा, जलवे के इस अरीना में अब भी मोदी के भरपूर मात्रा में मौजूद हैं। आईपीएल सर्कस के रिंग मास्टरों की फौज में राजनीति वाले आका तो अब भी खेल में और सरकार में बने ही हुए हैं। सिने तारिका से लेकर धन लक्ष्मियों तक के लाडले मोदी अब क्या करेंगे इस पर सब की नजर है। नजर सरकार और बीसीसीआई पर भी है कि वे मोदी उपकृतों को बख्शने के लिए सेफ पैसेज के लिए क्या बहाने गढते हैं। चुनाव कि तारीखों में परीक्षाओं कि तारीखों पर चुनाव आयोग में बहस करने वाले राजनीतिक दलों ने आईपीएल तमाशे की तारीखों में भी एगजाम्स डेट का ध्यान नहीं रखा। पढाई के लिए और सिंचाई के लिए बिजली भले न मिले लेकिन क्रिकेट धनवर्षा के लिए चकाचौंध का भरपूर इंतजाम बनाए रखने वाली सरकार के कर्ताधर्ताओं को और भी कई सवालों के जवाब देने हैं। भरपूर विज्ञापन बटोरने वाले मीडिया ने भी इससे पहले आईपीएल को लेकर जनता के सवाल नहीं उठाए। उन्हें भी आत्म अवल कन कर लेना चाहिए।
सोमवार, 19 अप्रैल 2010
यह तो होना ही था इस सुरूर का

गुरुवार, 15 अप्रैल 2010
ऑनर किलिंग की जड़ गलत कानून में है

रविवार, 4 अप्रैल 2010
9/११ से अमेरिका ने सबक लिया हमने मुंबई से क्यों नहीं

श्री सिन्हा ने कहा की २६/११ के बाद अमेरिका ने जिस तरह के कदम उठाये थे भारत सरकार ने २६/११ के बाद नही उठाये। अमरीकी एजेंसियों ने मुंबई हमले के मामले में यहाँ आकर जांनकारी ली लेकिन अब हैडली देने से मना कर दिया। दो देशों के बीच गैर बराबरी के रिश्ते किस काम के।
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